Description
“मुसाफ़िर कैफ़े” दिव्य प्रकाश दुबे द्वारा लिखित एक बेहद भावनात्मक और सोचने पर मजबूर कर देने वाला उपन्यास है। यह सिर्फ एक लव स्टोरी नहीं, बल्कि एक ऐसे सफर की कहानी है जिसमें दो लोग — चिराग और कसक — एक-दूसरे से मिलते हैं, प्यार करते हैं, और फिर जिंदगी को अपने तरीके से जीने का फैसला करते हैं।
इस कहानी में आपको प्यार, आज़ादी, और समाज की उम्मीदों के बीच झूलते दो दिल दिखाई देंगे।
चिराग एक ऐसा व्यक्ति है जो एक कैफ़े खोलना चाहता है जहाँ लोग बिना नाम, पहचान या बोझ के कुछ पल बिता सकें। वही मुसाफ़िर कैफ़े, जो इस कहानी का प्रतीक है — एक जगह, एक ख्वाब, एक एहसास।
दिव्य प्रकाश दुबे की खासियत है कि वो आम बातों को भी बेहद खास बना देते हैं, और इस उपन्यास में भी आपको वही गहराई और सरलता का मेल मिलेगा।
यह किताब क्यों पढ़ें?
- आज़ादी, प्रेम और रिश्तों को अलग नजर से समझने वाली कहानी
- युवाओं की सोच, संघर्ष और सपनों को दर्शाने वाली शैली
- दिव्य प्रकाश दुबे की दिल से लिखी गई सरल और प्रभावी भाषा
- हर उस इंसान के लिए जो अपने सफर की तलाश में है
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